
बता दें कि एनसीबी से फरार किरण गोसावी का कहना है कि मुंबई में ड र है। वह उत्त्तर प्रदेश में आतमसपर्ण देंगे । सूत्रों के हवाले से खबर यह भी आई कि वह महाराष्ट्र से लगी सीमा में दाखिल हो गये है । मंडियावां थाने में भारी संख्या में पु लिस मौजूद थी, लेकिन उन्होंने पु लिस को खुद को नहीं सौंपा
आर्यन खान के ड्र ग मामले की जांच कर रहे अन्वेषक समीर वानखेड़े को गंभीर मुआवजे की मांगों का सामना करना पड़ रहा है। गवाहों के इस मामले से मुकर जाने के बाद समीर वन्हेड़े से पूछताछ की जा रही थी। चश्मदीदों ने इस मामले में करोड़ो के कारोबार के लिए हलफनामे में आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी दावा किया कि इस लेनदेन का एक हिस्सा एनसीबी जोन के निदेशक समीर वानखेड़े को सौंप दिया जाना था।

किरण गोसावी और समीर वानखेड़े को छुपाते हुए एनसीबी की कई तस्वीरें सामने आई हैं। तस्वीरों में समीर वानखेड़े लोगों से घिरे हुए हैं। वह एक कुर्सी पर बैठा था। हर फोटो में किरण गोसावी और मनीष को देखा जा सकता है। ये तस्वीरें बंदरगाह की हैं। वहीं, क्रूज लाइन पर ड्र ग छापेमारी के दौरान कीरन और मनीष पूरी तरह से मौजूद थे. तस्वीरें एनसीबी ऑफिस की हैं। किरण गोसावी और प्रभाकर सेल के बीच 3 अक्टूबर को एक व्हाट्सएप चैट भी हुई, जिसमें किरण गोसावी सेल ने निर्देश दिया कि कहां जाना है और क्या करना है। इसके अलावा, गोसावी ने प्रभाकर को दरवाजा बंद करने और खिड़की से चाबी बाहर फेंकने के लिए कहा।
आपको बता दें किआर्यन खान के साथ गोसावी की सेल्फी एनसीबी के आने पर एनसीबी के गले की हड्डी बन गई थी। एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने सवाल उठाया कि अगर यह शख्स एनसीबी का नहीं है तो यहां क्या कर रहा है. उसे आर्य का हाथ पकड़कर एनसीबी कार्यालय ले जाने का अधिकार किसने दिया? यह नवाब मलिक थे जिन्होंने कहा था कि आर्यन के साथ सेल्फी लेने वाला व्यक्ति किरण गोसावी था एनसीबी जोन के निदेशक समीर वानखेड़े और डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने दावा किया कि वह पंच के लिए उनके गवाह थे। कानून स्वतंत्र गवाहों का प्रावधान करता है। हालांकि, दोनों में से किसी ने भी इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि आर्य के साथ सेल्फी लेने और उनका हाथ पकड़ने का अधिकार किसे और कैसे दिया गया।
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