रामायण के 5 जिंदा सबूत देख वैज्ञानिको ने भी जोड़े हाथ

रामायण के ऊपर आपने काफी सारी किताबें और टीवी सीरियल देखे होंगे लेकिन हमेशा सवाल यही रहा कि वाकई में ऐसा कुछ हुआ भी था या फिर रामायण एक काल्पनिक कहानी है। यह सवाल हमेशा आपके दिमाग में आते होंगे। लेकिन आज इस वीडियो में हम आपको रामायण से जुड़े पांच ऐसे प्रमाण देंगे जिसके बाद आप भी विश्वास करने लगेंगे कि रामायण में लिखी सारी बात जिसके बाद आप भी विश्वास करने लगेंगे कि रामायण में लिखी हर बात सच है। 

नंबर पांच पर है , पानी में तैरने वाले पत्थर रामसेतु एक ऐसा पुल था जिसके पत्थर पानी पर तैरते थे। सुनामी के बाद रामेश्वरम में उन पत्थरों में से कुछ पत्थर अलग होकर जमीन पर आ गए थे लेकिन शोधकर्ताओं ने जब उसे दोबारा पानी में फेंका तो वो तैर रहे थे जबकि वहां के किसी और पत्थर को पानी में डालने से वो डूब जाते थे। 

नंबर चार पर है, द्रोणागिरी पर्वत युद्ध के दौरान जब लक्ष्मण को मेघनाथ ने मूर्छित कर दिया था और उनकी जान जा रही थी। तब हनुमान जी संजीवनी लेने द्रोणागिरी पर्वत गए थे उन्हें संजीवनी की पहचान नहीं थी तो उन्होंने पूरा पर्वत ले जाने का निर्णय लिया। युद्ध के बाद उन्होंने द्रोणागिरी को यथास्थान पहुंचा दिया लेकिन उस पर्वत पर आज भी वो निशान मौजूद हैं जहां से हनुमानजी ने उसे तोड़ा था। 

नंबर तीन पर , है हिमालय की जड़ी बूटी। श्रीलंका के उस स्थान पर जहां लक्ष्मण को संजीवनी दी गई थी वहां हिमालय की दुर्लभ जड़ी बूटियों के अंश मिले हैं। जबकि पूरे श्रीलंका में ऐसा नहीं होता और हिमालय की जड़ी बूटियों का श्रीलंका में पाया जाना इस बात का बहुत बड़ा प्रमाण है, नंबर दो पर है रावण का महल। पुरातत्व विभाग को श्रीलंका में एक महल मिला है जिसे रामायण काल का ही बताया जाता है। यहां से कई गुप्त रास्ते निकलते हैं जो शहर को जो शहर के मुख्य केंद्र तक जाते हैं। ध्यान से देखने पर ही पता चलता है कि ये रास्ते इंसानों द्वारा बनाए गए हैं और 

अब नंबर वन पर हैं। लंका जलने के अवशेष रामायण के अनुसार हनुमान जी ने पूरी लंका को आग लगा दी थी जिसके प्रमाण उस जगह से मिलते हैं। जलने के बाद उस जगह की मिट्टी काली हो गई है जबकि उसके आसपास की मिट्टी का रंग आज भी वही है। चलो ये तो थी हमारी जानकारी लेकिन इसके अलावा आप भी रामायण से जुड़ी कुछ भी बातें जानते होंगे तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं और इस को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें तब तक के लिए बाय बाय।

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