
एक पेड पे 5 तरह के फल , ? लेकिन कैसे
क्या एक आम के पेड़ में पांच प्रकार के फल लग सकते हैं यानि की आम के पेड़ में अनार नीबू लीची इस तरह के और भी फल एक ही आम के पेड़ में लग सकते हैं।आप भी सोच रहे होंगे कि हम क्या कह रहे हैं
भला ऐसा कैसे होता है।
जी है दोस्तों ये पॉसिबल है , एक तरीका है जिससे आप एक पेड़ पर पांच अलग अलग तरह के फल के पौधे उगा सकते हैंऔर अलग अलग फलों का मजा ले सकते हैं।।
मल्टी ड्राफ्टिंग।
जी हां यह वही तरीका है जिसके जरिए आप एक ही पेड़ में कई तरह के फलों को इंजॉय कर सकते है । मल्टी ड्राफ्टिंग एक ऐसा तरीका है जिसके जरिए आज कई लोग एक ही पेड़ पर कई तरह के फलों को एन्जॉय कर रहे हैं। आपको बता दें कि इस तरह के पेड़ों को फ्रूट कॉकटेल ट्रीज कहा जाता है और मजे की बात ये है कि इसे समझना कोई रॉकेट साइंस नहीं है ।
ये बहुत ही आसान है और आप बड़ी आसानी से समझ के सभी लोगों को हैरत में डाल सकते हैं। सोचिये जब लोग आपके घर में आम के पेड़ पर अमरूद नींबू और अनार उगता हुआ देखेंगे तो उनकी क्या हालत होगी।

तो फिर देर किस बात की चलिए लोगो को हैरान करने का तरीका आपको समझाते है ।
शुरुआत करते हैं अमरूद के पेड़ से।
मान लीजिये आज आपको अमरूद के पेड़ में लीची का पौधा लगान है । आपको बता दें की इस तरीके का इस्तेमाल करके आप अमरूद का पेड़ हो या चाहे कोई कोई पेड़ आप एक पेड़ में कई तरह के अलग अलग फलों के पौधे लगा सकते हैं। इसकी शुरुवात करते हैं उस पौधे से जिसका फल आप दूसरे पेड़ में देखना चाहते हैं।
अगर आप अमरूद के पेड़ में लीची का पेड़ नहीं उसका फल प्राप्त करना चाहते हैं
तो इसके लिए सबसे पहले आप लीची के पेड़ की डंगाल ले लीजिए और किसी धारदार चाकू या ब्लेड से उस डंगाल के निचले भाग को बिल्कुल तीर की तरह छील कर नुकीला कर लीजिए।
आपको बता दें मल्टी ग्राफ्टिंग में इस प्रोसेस को सायन कहा जाता है। लीची की डंगाल को तीर की तरह शेप देने के बाद आपको अमरूद के पेड़ के पास जाकर
उसकी एक डंगाल के बीचोबीच किसी धारदार चाकू या उसे ब्लेड से दो टुकड़ों में अलग करना है। ध्यान रहे कि डंगाल पूरी तरह से नहीं टूटनी चाहिए
क्योंकि पेड़ से अलग नहीं होनी चाहिए आपको उसमें ऐसा चीरा लगाना है ताकि लीची के पौधे की डंगाल उसके अंदर बराबर फिक्स हो जाए। लीची के पौधे को अमरूद की डाली में अच्छी तरह से फिक्स करने के बाद बारी आती है
उसे रस्सी या ग्राफ्टिंग टेप से बांधने की। ऐसा करना इसलिए जरूरी है ताकि लीची का पौधा सुखे न और उसमें मॉइश्चर बराबर बना रहे। नहीं तो वो कुछ दिनों में वो पौधा मुरझा जाएगा पौधे को पेड़ की डगाल को बांधने के बाद आपको उसे छोड़ देना है और थोड़े ही दिन बाद आप देखेंगे कि लीची का पौधा अमरूद की इस डंगाल से बढ़ने लगेगा और कुछ वक्त बाद आप इसी डंगाल में यानि इसी अमरूद की डंगाल में आप लीची उगती भी देखेंगे।
है ना मजे की बात।
अब आप अमरूद के पेड़ में आम लीची नीबू संतरा और और ऐसे कई अन्य फलों का मजा ले सकते हैं।तो फिर देर किस बात की आज से शुरू हो जाइये।
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