
क्रिकेट के मैच चल रहे है और रोज नई नई बाते हम आपके सामने लेके आते है इसी तरह आज हम एक और बात आपके सामने रखेंगे , ऑस्ट्रेलिया और पाकि स्तान के बीच हुए दूसरे समय में एक रहस्यमयी आवाज ने लगभग ऑस्ट्रेलिया को हरा ही दिया था और अगर ऑस्ट्रेलिया ये मैच हार जाती तो ये रहस्यमयी आवाज सालों साल तक ऑस्ट्रेलिया के कानों में गूंजती रहती और उन्हें परेशान करती जिया ये रहस्यमयी आवाज थी क्या। तो आपको पूरा किस्सा बताता हु
ये रहस्यमयी जो आवाज थी वो 10वें ओवर के बाद 11वें ओवर की पहली गेंद डाली जा रही थी। ये तब आई थी। वह भी डेविड वॉर्नर के बल्ले से हुआ था। डेविड वॉर्नर बड़ा खेल रहे थे। राहुल का विकेट पहले ओवर में गंवाने के बाद सोफिया थोड़ा असर में थीं और मिचेल मार्श भी हो गए थे।

डेविड बॉल से टिके हुए थे और अच्छी स्कोरिंग करते दिनभर 50 रन पर खेल रही थी। रेलवे को आठ और ग्यारह बल्ले का शादाब खान आते हैं पहली गेंद उनकी साइड लेती है और उसको खेलने की कोशिश करते हैं डेविड बॉलर लेकिन और रियल टाइम में लाइव देखकर ऐसा लगा था कि एक बल्ले से कीपर ने कैच किया उनको भी लगा कि उन्होंने तुरंत अपील की और बाद में आउट भी दे दिया और बड़ी बात ये कि डेविड वॉर्नर ने रिव्यू तक नहीं लिया।
लेकिन इसके बाद जब रीप्ले दिखाई दिया तो पता चला कि बैट और बॉल के बीच बहुत बड़ा गैप था यानि की बॉल को टच हुई ही नहीं थी। तो फिर सवाल वही कि आवाज कहां से आई। आधुनिक मशीन से जब इस बात की जाँच की गयी जिसमें वेव लेंथ को जांचा जाता है जिसमें ऐसा कुछ भी नजर नहीं आया
फिर सवाल उठा कि बॉल इतना बाहर था कि साफ तौर पर बैट बहुत बॉडी से दूर जा रहा था तो आस पास बैट की भी आवाज नहीं आ सकती। बॉडी से बहुत दूर बाल तो सिर्फ और सिर्फ बॉल और बैट के होने की ही आवाज आ सकती थी तो ठीक उसी समय जब बॉल बैट के पास गुजर रही थी तो वो तक की आवाज आई कहां से यह अभी तक किसी को भी नहीं पता है। इसीलिए लोग कह रहे रहस्यमयी आवाज थी।
पता नहीं कैसे ढाई मीटर तक में आवाज नहीं आई। खैर डेविड वॉर्नर आउट हो गए। मैच हो जाता है। ऑस्ट्रेलिया एक वक्त मैच हारने की कगार पर पहुंच जाता है। जब मैक्सवेल ने गं दा शॉट खेलकर आउट हो जाते हैं और उसके बाद सेहरा मैच लगातार ऑस्ट्रेलिया से दूर जाता जा रहा था फिर आते हैं मैथ्यू वेड वो अचानक से सबकुछ बदल देते हैं और ऑस्ट्रेलिया को लगातार आप 19वें ओवर में शाहिद अफरीदी पर तीन छक्के लगाकर मैच जिता देते हैं।
कमेंटेटर गौतम गंभीर हरभजन सिंह ने भी यही कहा कि पता नहीं कहां से आवाज आई लेकिन आई तो जरूर थी। साफतौर पर सुनाई पड़ रही थी लेकिन दिखाई नहीं पड़ रही थी। उन्होंने भी आएगा कि गनीमत है कि ऑस्ट्रेलिया जीत गया नहीं जीता होता तो हार गया होता तो ये आवाज सालों तक ऑस्ट्रेलिया के कानों में गूंजती रहती और उन्हें परेशान करती रहती कि आखिरकार वो आवाज़ आई कहां से थी। डेविड वॉर्नर आउट कैसे हुए।
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